बीड का सनसनीखेज हत्याकांड: पत्रकार के बेटे यश को सरेआम चाकू मारकर किया खून, पिता ने सड़क पर देखा बेटे को रक्तरंजित अवस्था में!
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| बीड में पत्रकार के बेटे यश की रहस्यमयी मौत ने बढ़ाए सवाल |
25 सितंबर की वो काली रात जब बदल गई एक परिवार की किस्मत
25 सितंबर 2025 की रात ने पत्रकार देवेंद्र ढाका के परिवार की जिंदगी बदलकर रख दी। दोपहर ढाई बजे तक सब कुछ सामान्य था, पिता और बेटे के बीच आखिरी बातचीत हुई थी जिसमें यश ने अपने पिता को बताया था कि उसके पास गाडी नहीं है इसलिए वो अपने छोटे भाई युवराज को MIDC से घर नहीं ला सकता। देवेंद्र ढाका ने कहा था कि कोई और भेज देते हैं, और फोन काट दिया। लेकिन उन्हें क्या पता था कि ये उनके बेटे से उनकी आखिरी बातचीत साबित होगी। शाम साढे आठ बजे उन्हें अपने चचेरे भाई अमरसिंग ढाका का फोन आया जिसमें उन्होंने बताया कि यश पर माने कॉम्प्लेक्स के पास वार किया गया है। यश ढाका मर्डर केस की शुरुआत इसी फोन कॉल से हुई।
पिता ने देखा बेटे को रक्तरंजित हालत में, दिल दहला देने वाला था नजारा
जब देवेंद्र ढाका घटनास्थल पर पहुंचे तो उन्होंने जो देखा वो किसी सदमे से कम नहीं था। गणेश वॉशिंग कंपनी के सामने सड़क पर उनका बेटा यश रक्त के थपेलों में लथपथ पड़ा था। उसका शर्ट और पैंट खून से सन चुके थे। छाती के बाईं तरफ धारदार हथियार से वार के निशान साफ दिख रहे थे। देवेंद्र ढाका ने जब अपने बेटे को गोद में उठाया और उससे बात करने की कोशिश की तो यश ने कोई जवाब नहीं दिया। वो बेहोश था या शायद उसने अपनी जिंदगी की आखिरी सांसें ले रहा था। इस बीड क्राइम न्यूज ने पूरे परिवार की जिंदगी तबाह कर दी।
मित्रों ने बताई हत्याकांड की भयावह कहानी, चाकू से सीने पर वार
घटनास्थल पर मौजूद यश के दोस्तों ने देवेंद्र ढाका को पूरी कहानी बताई। उन्होंने बताया कि सूरज आप्पासाहेब काटे और उसके साथियों ने यश पर धारदार हथियार से हमला किया था। छाती पर बार बार वार किए गए थे जिससे यश की मौके पर ही मौत हो गई। दोस्तों ने ही एंबुलेंस को बुलाया था और यश को सरकारी हॉस्पिटल ले गए थे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यश ढाका मर्डर केस में मित्रों की गवाही बहुत अहम साबित हो रही है।
पुलिस ने दर्ज किया मर्डर का मामला, एक गिरफ्तार चार फरार
इस पूरे मामले में बीड के शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन में पत्रकार देवेंद्र ढाका की शिकायत पर गुन्हा दर्ज किया गया है। आईपीसी की धारा 302 के तहत कुल पांच आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है जिसमें सूरज आप्पासाहेब काटे प्रमुख आरोपी है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन बाकी चार आरोपी अभी तक फरार हैं। बीड क्राइम न्यूज के इस केस में पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है।
परिवार ने किया रास्ता रोको प्रदर्शन, मांगी न्याय की गुहार
यश के परिवार और रिश्तेदारों ने इस हत्याकांड के खिलाफ आवाज उठाई और शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन के सामने रास्ता रोको प्रदर्शन किया। भारी बारिश के बावजूद लोगों ने दो घंटे तक प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की। उनका आरोप था कि पुलिस त्वरित कार्रवाई नहीं कर रही है। प्रदर्शन के बाद पुलिस ने आश्वासन दिया कि सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यश ढाका मर्डर केस में न्याय की मांग लगातार जोर पकड़ रही है।
यश छोड़ गया छोटा भाई और माता-पिता को अकेला
यश की मौत ने परिवार को तोड़कर रख दिया है। उसके पीछे उसका 17 साल का छोटा भाई युवराज, मां और पिता देवेंद्र ढाका रह गए हैं। देवेंद्र ढाका एक स्थानीय अखबार में पत्रकार हैं और निजी नौकरी करके परिवार का गुजारा चलाते हैं। यश इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था और परिवार की उम्मीदों का केंद्र था। इस बीड क्राइम न्यूज ने न सिर्फ एक परिवार को तबाह किया बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया।
बीड में बढ़ रही है अपराधिक घटनाएं, सवाल उठ रहे हैं कानून व्यवस्था पर
यश ढाका की हत्या बीड में बढ़ती अपराधिक घटनाओं की एक कड़ी है। हाल ही में बीड में एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी को भी बेरहमी से पीटा गया था जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आई थीं । इस घटना ने भी बीड क्राइम न्यूज में सुर्खियां बटोरी थीं। लगातार हो रही इन घटनाओं ने जिले में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग अब सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
हत्याकांड की जांच में क्या है नया अपडेट
सूत्रों के मुताबिक पुलिस जांच में जुटी हुई है और फरार आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस को शक है कि हत्या के पीछे पुरानी दुश्मनी हो सकती है। आरोपी सूरज काटे और यश के बीच पहले से मनमुटाव चला आ रहा था जो इस हत्या का कारण बना। पुलिस यश के दोस्तों और रिश्तेदारों से पूछताछ कर रही है ताकि हत्या की वजह का पता लगाया जा सके। यश ढाका मर्डर केस की जांच तेजी से चल रही है।
समाजसेवी संगठनों ने उठाई आवाज, मांगा न्याय
यश ढाका की हत्या के बाद स्थानीय समाजसेवी संगठनों ने भी आवाज उठाई है। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि वह त्वरित कार्रवाई करे और सभी आरोपियों को गिरफ्तार करे। संगठनों का कहना है कि बीड में अपराधियों का आतंक बढ़ता जा रहा है और अब प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए। उन्होंने यश के परिवार के साथ एकजुटता जताई है और न्याय की मांग की है। इस बीड क्राइम न्यूज ने पूरे समाज को विचलित कर दिया है।
यश के सपने थे अधूरे, इंजीनियर बनना चाहता था
यश ढाका इंजीनियरिंग के छात्र थे और अपने परिवार के सपने को पूरा करना चाहते थे। वो एक शांत स्वभाव का लड़का था और पढ़ाई में होशियार था। उसके दोस्त उसे एक अच्छे इंसान के तौर पर याद कर रहे हैं। यश की मौत ने न सिर्फ एक परिवार बल्कि एक होनहार छात्र को भी खो दिया है जो देश का भविष्य बन सकता था। यश ढाका मर्डर केस ने एक उज्ज्वल भविष्य को अंधेरे में धकेल दिया है।
पत्रकार समुदाय ने जताई नाराजगी, मांगा कड़ी कार्रवाई
बीड के पत्रकार समुदाय ने भी इस घटना पर गहरी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि एक पत्रकार के बेटे की इस तरह सरेआम हत्या पूरे पत्रकार समुदाय पर हमला है। पत्रकारों ने प्रशासन से मांग की है कि वह त्वरित न्याय सुनिश्चित करे और आरोपियों को सख्त सजा दिलवाए। उन्होंने कहा है कि अगर पत्रकार सुरक्षित नहीं रहेंगे तो समाज की आवाज दब जाएगी। इस बीड क्राइम न्यूज ने पत्रकारिता जगत में भी खलबली मचा दी है।
क्या है हत्या की वास्तविक वजह, पुरानी दुश्मनी या कोई और कारण
पुलिस जांच में पता चला है कि यश और सूरज काटे के बीच पुरानी दुश्मनी चली आ रही थी। दोनों के बीच कुछ दिनों पहले झगड़ा हुआ था जो इस हत्या का कारण बना। हालांकि अभी तक सही वजह का पता नहीं चल पाया है। पुलिस आरोपियों के गिरफ्तार होने के बाद ही सही कारण का पता लगा पाएगी। यश ढाका मर्डर केस की वजह जानने के लिए पुलिस को और जांच करनी होगी।
परिवार को मिल रहा है समाज का सहारा
यश की हत्या के बाद स्थानीय लोग और संगठन परिवार की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। लोग आर्थिक और मानसिक सहायता दे रहे हैं ताकि परिवार इस मुश्किल घड़ी से उबर सके। समाज का यह सहारा परिवार के लिए किसी सहारे से कम नहीं है। इस बीड क्राइम न्यूज ने लोगों की संवेदनशीलता को भी दिखाया है।
सुरक्षा के मामले में बीड अब भी पिछड़ा, क्या सुधरेगी हालात
बीड में लगातार हो रही अपराधिक घटनाएं सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती हैं। पिछले कुछ समय से जिले में अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है । प्रशासन को अब सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि लोगों को सुरक्षा का अहसास हो। यश ढाका मर्डर केस के बाद प्रशासन ने कड़ाई करने का वादा किया है लेकिन देखना है कि हालात में सुधार होता है या नहीं।
जनता के लिए कॉल टू एक्शन: अब बंद होनी चाहिए ऐसे हत्याकांड
यश ढाका की हत्या सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है। अगर हम अब भी नहीं जागे तो कोई भी सुरक्षित नहीं रहेगा। हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम ऐसी घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाएं और प्रशासन से न्याय की मांग करें। अगर आपके आसपास भी कोई ऐसी घटना होती है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। अपने बच्चों को समझाएं कि हिंसा किसी समस्या का हल नहीं है। आइए मिलकर एक सुरक्षित समाज बनाएं जहां हर यश सुरक्षित रह सके। यश के परिवार को न्याय दिलाने में मदद करें और प्रशासन पर दबाव बनाएं ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
सार्वजनिक प्रभाव विश्लेषण: समाज और युवाओं पर क्या पड़ेगा असर?
यश ढाका की हत्या ने समाज और युवाओं पर गहरा प्रभाव डाला है। युवाओं के मन में अब सुरक्षा को लेकर डर बैठ गया है। अभिभावक अपने बच्चों के बाहर जाने से डरने लगे हैं। समाज में हिंसा का बढ़ता ग्राफ चिंता का विषय है। अगर ऐसे मामलों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। सरकार और प्रशासन को अब युवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। यश ढाका मर्डर केस हमें सिखाता है कि हिंसा किसी का हल नहीं है और न्याय के लिए हमें एकजुट होना होगा।
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