Navratri Havan Samagri List 2025: दुर्गा अष्टमी की पूजा सामग्री कर लें नोट, ये है शुभ मुहूर्त
Navratri Havan List: नवरात्रि की अष्टमी और नवमी की पूजा का विशेष महत्व है। लोग इस दिन हवन और कन्या पूजन के साथ ही उपवास खोलते हैं। अगर आप पहली बार हवन करने जा रहे हैं तो हवन साग्रमी से लेकर मुहूर्त की जानकारी नीचे ले सकते हैं।
शारदीय नवरात्रि का हर एक दिन बेहद ही खास है। नवरात्रि के वैसे तो हर एक दिन का विशेष महत्व है। हर एक दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा होती है। वहीं दुर्गा अष्टमी और नवमी की पूजा को सबसे पवित्र माना जाता है। कई लोग पूरी नवरात्रि उपवास रखते हैं। कुछ लोग पहली और अष्टमी का उपवास रखकर संकल्प लेते हैं। पूरी नवरात्रि व्रत रखने वाले लोग अष्टमी या फिर नवमी में कन्या पूजन करके अपना उपवास को खोलते हैं। अगर आप पहली बार अष्टमी की पूजा करने वाले हैं तो इसमें लगने वाली सामग्री को एक बार नोट कर लें ताकि ऐन मौके पर हड़बड़ी ना करनी पड़ी।
अष्टमी और नवमी की पूजा सामग्री
1. लोहे या स्टील का हवन कुंड
2. हवन सामग्री
3. आम की लकड़ी
4. शुद्ध देसी घी
5. कपूर
6. धूपबत्ती
7. शहद
8. कलावा
9. गंगाजल
10. पान और आम के पत्ते
11. पांच फल
12. पेड़ा
13. चंदन
14. सुपारी
15. लौंग
16. चावल
17. लाल कपड़ा/चुनरी
हवन का शुभ मुहूर्त
अष्टमी और नवमी के मुहूर्त पर ही हवन करेंगे तो इसके कई लाभ मिलेंगे। ज्योतिषी शास्त्र के हिसाब से दुर्गा अष्टमी का हवन मुहूर्त सुबह 6 बजकर 13 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 6 मिनट तक होगा। इस बीच ही हवन करना शुभ होगा। वहीं नवमी में जिन लोगों को हवन करना है वो लोग 1 अक्टूबर की सुबह 6 बजकर 14 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 7 मिनट के मुहूर्त के बीच पूजा कर सकते हैं।
करें तुलसी के पौधे की पूजा
नवरात्रि में तुलसी के पौधे की पूजा करना शुभ माना जाता है। ध्यान रखें की तुलसी का पौधा हमेशा ईशान कोण में ही हो। पूरी नवरात्रि तुलसी के पौधे के नीचे दीया जलाएं। सुबह-सुबह नहाने के बाद तुलसी के पौधे पर जल अर्पित करना शुभ होगा।
डिस्क्लेमर- (इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)
--------------------------------------------------------अगला लेख---------------------------------------------
कल है विनायक चतुर्थी, नोट कर लें पूजा का मंत्र, मुहूर्त व विधि
Vinayaka Chaturthi 2025 Date and time: जिस व्यक्ति पर गणेश जी की कृपा बनी रहती है, उसके जीवन में सुख-संपदा भी बनी रहती है। पंचांग के अनुसार, आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की विनायक चतुर्थी का व्रत कल रखा जाएगा।
| कल है विनायक चतुर्थी, नोट कर लें पूजा का मंत्र, मुहूर्त व विधि |
Vinayaka Chaturthi 2025 Date, कल है विनायक चतुर्थी 2025:
विनायक चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित है। शारदीय नवरात्रि की विनायक चतुर्थी का विशेष महत्व माना जाता है। जिस व्यक्ति पर गणेश जी की कृपा बनी रहती है, उसके जीवन में सुख-संपदा भी बनी रहती है। पंचांग के अनुसार, आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी 25 सितंबर के दिन 07:06 ए एम पर शुरू होगी, व 26 सितंबर को 09:33 ए एम पर समाप्त होगी। विनायक चतुर्थी का व्रत 25 सितंबर को रखा जाएगा। विनायक चतुर्थी के शुभ मौके पर गणपति बप्पा की विधिवत पूजा करने से जीवन के कष्टों और रुपए-पैसों से जुड़ी दिक्कतों को दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं विनायक चतुर्थी के दिन पूजा का मंत्र, मुहूर्त व विधि -
पूजा का मंत्र
ॐ गं गणपतये नमः
ॐ गणेशाय नमः
पूजा मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त 04:36 ए एम से 05:23 ए एम
प्रातः सन्ध्या 04:59 ए एम से 06:11 ए एम
अभिजित मुहूर्त 11:48 ए एम से 12:37 पी एम
विजय मुहूर्त 02:13 पी एम से 03:01 पी एम
गोधूलि मुहूर्त 06:14 पी एम से 06:38 पी एम
सायाह्न सन्ध्या 06:14 पी एम से 07:26 पी एम
अमृत काल 09:17 ए एम से 11:05 ए एम
निशिता मुहूर्त 11:49 पी एम से 12:37 ए एम, सितम्बर 26
रवि योग 06:11 ए एम से 07:09 पी एम
पूजा-विधि
1- भगवान गणेश जी का जलाभिषेक करें
2- गणेश भगवान को पुष्प, फल चढ़ाएं और पीला चंदन लगाएं
3- तिल के लड्डू या मोदक का भोग लगाएं
4- विनायक चतुर्थी की कथा का पाठ करें
5- ॐ गं गणपतये नमः मंत्र का जाप करें
6- पूरी श्रद्धा के साथ गणेश जी की आरती करें
7- चंद्रमा के दर्शन करें और अर्घ्य दें
8- व्रत का पारण करें
9- क्षमा प्रार्थना करें
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
--------------------------------------------------------अगला लेख---------------------------------------------
शारदीय नवरात्रि में गृह प्रवेश करना चाहिए या नहीं? जानें जरूरी वास्तु नियम
Navratri griha pravesh: नवरात्रि का पर्व मां दुर्गा की उपासना के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। नवरात्रि के नौ दिन अत्यंत शुभ व लाभकारी माने गए हैं। इन दिनों में शुभ व मांगलिक कार्य किए जाते हैं। नवरात्रि में लोग गृह प्रवेश भी करते हैं। जानिए गृह प्रवेश से जुड़े जरूरी वास्तु नियम।
नवरात्रि में गृह प्रवेश से जुड़े वास्तु नियम
शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर से प्रारंभ हुए हैं और इनका समापन 2 अक्तूबर को दशहरा या विजयादशमी के दिन होगा। वास्तु शास्त्र के अनुसार, नवरात्रि में कुछ कार्यों को करना अत्यंत शुभ माना गया है, जबकि कुछ कार्यों की मनाही होती है। नवरात्रि में गृह प्रवेश शुभ व कल्याणकारी माना गया है। यही कारण है कि लोग घर नया हो या पुराना गृह प्रवेश करने के लिए नवरात्रि का इंतजार करते हैं। जानें शारदीय नवरात्रि में गृह प्रवेश करना चाहिए या नहीं व गृह प्रवेश से जुड़े वास्तु नियम।
नवरात्रि में गृह प्रवेश करना होता है शुभ
वास्तु शास्त्र के अनुसार, नवरात्रि में गृह प्रवेश करना शुभ होता है, खास तौर पर शारदीय नवरात्रि में। शारदीय नवरात्रि की अष्टमी, नवमी और दशमी तिथि गृह प्रवेश के लिए बहुत शुभ मानी गई हैं। लेकिन गृह प्रवेश के शुभ मुहूर्त को निर्धारित करने के लिए किसी ज्योतिषी की सलाह लेनी चाहिए। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में गृह प्रवेश करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
घर में करें हवन
वास्तु के अनुसार, जिस दिन घर में गृह प्रवेश करते हैं, उस दिन घर में अग्नि स्थापित करनी चाहिए। घर में हवन करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
गृह प्रवेश में कौन सा पैर पहले रखना चाहिए
वास्तु के अनुसार, घर में प्रवेश करते समय पति-पत्नी को साथ में प्रवेश करना चाहिए। गृह प्रवेश के दिन दाहिने पैर से घर में कदम रखने से परिवार में सुख-सौभाग्य आता है। दाहिना पैर शुभता व सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।
मुख्य द्वार पर बनाएं ऊं व स्वस्तिक का निशान
वास्तु के अनुसार, गृह प्रवेश के दिन घर के मुख्य द्वार पर ऊं व स्वस्तिक का निशान बनाना अत्यंत शुभ होता है। मान्यता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी व भगवान कुबेर का घर पर वास होता है।
दूध उबालना
वास्तु के अनुसार, गृह प्रवेश के दिन घर में दूध उबालना अत्यंत शुभ होता है। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर में बरकत आकर्षित होती है।
गृह प्रवेश से जुड़े नियम
मान्यता है कि नए घर में पूजा के बाद परिवार के सदस्यों को पहली रात वहीं सोना चाहिए। घर में प्रवेश करने के बाद कम से कम एक महीने तक उसे खाली नहीं छोड़ना चाहिए।
मुख्य द्वार पर लगाएं तोरण
गृह प्रवेश से पहले घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्तों और गेंदे के फूलों से बना तोरण लगाना चाहिए। इसके अलावा मां लक्ष्मी के पद चिन्हों की रंगोली बनानी चाहिए।
डिस्क्लेमर
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
--------------------------------------------------------अगला लेख---------------------------------------------
6 अक्टूबर तक शुक्र गोचर देगा लाभ, इन राशियों को मिलेगा धन-संपदा का सुख
Rashifal Venus Horoscope Shukra Ka Gochar 2025: कल शुक्र पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में एंटर करने जा रहे हैं। पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी स्वयं शुक्र हैं। शुक्र के गोचर करते ही कुछ राशियों को बेहतरीन लाभ हो सकता है।
Rashifal Venus Horoscope Shukra Ka Gochar:
शुक्र ग्रह धन, संपत्ति, लग्जरी, प्रेम व सुंदरता के कारक माने जाते हैं। शुक्र की हर चाल का प्रभाव राशियों पर देखने को मिलता है। इस समय शुक्र सिंह राशि और मघा नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं। शुक्र की चाल कल बदलने जा रही है। पंचांग के अनुसार, बृहस्पतिवार को 10:17 पी एम पर शुक्र ग्रह पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में एंटर करने जा रहे हैं। पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी ग्रह स्वयं शुक्र हैं। इस नक्षत्र में शुक्र 6 अक्टूबर तक रहने वाले हैं। ऐसे में शुक्र का यह गोचर कुछ राशियों को लाभदायक परिणाम दे सकता है। वहीं, कुछ राशियों की दिक्कतें भी बढ़ा सकता है। आइए जानते हैं शुक्र की चाल किन राशियों के लिए बेहद लाभकारी साबित हो सकती है-
6 अक्टूबर तक शुक्र गोचर देगा लाभ, इन राशियों को मिलेगा धन-संपदा का सुख
मिथुन राशि
पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में शुक्र का गोचर मिथुन राशि के लिए लाभकारी माना जा रहा है।
आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।
आर्थिक मोर्चे पर यह गोचर लाभ और समृद्धि ला सकता है।
कमाई करने के नए आइडिया सामने आ सकते हैं।
लव लाइफ में रोमांस बढ़ेगा।
सिंह राशि
शुक्र का गोचर पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में सिंह राशि के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
रुका हुआ धन वापस मिल सकता है।
करियर में उन्नति और सम्मान मिलने की भी प्रबल संभावना है।
संपत्ति खरीदने, करने के लिए यह एक अनुकूल समय रहेगा।
वृषभ राशि
पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में शुक्र का गोचर वृषभ राशि के लिए बेहद शुभ माना जा रहा है।
जीवन के हर क्षेत्र में सकारात्मकता महसूस करेंगे।
कई लोगों के लिए आय के नए स्रोत खुल सकते हैं।
घर की मरम्मत करने या पारिवारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए शुभ समय।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
--------------------------------------------------------अगला लेख---------------------------------------------
दशहरे के बाद बुध और मंगल की बनेगी युति, किन राशियों को लाभ के योग
दशहरे के बाद बुध राशि परिवर्तन कर रहे हैं। 3 अक्टूबर को बुध का परिवर्तन तुला राशि में होगा। ज्योतिषशास्त्र में बुध को राजकुमार कहा जाता है। बुध देव को बुद्धि, तर्क, संवाद, गणित, चतुरता और मित्रता का कारक ग्रह कहा जाता है। आइए जानें इसका किन राशियों
दशहरे के बाद बुध राशि परिवर्तन कर रहे हैं।
3 अक्टूबर को बुध का परिवर्तन तुला राशि में होगा। इस राशि में पहले से मंगल बैठे हैं। मंगल के साथ बुध के आ जाने से तुला राशि वालों के लिए मंगल और बुध की युति बन जाएगी। ज्योतिषशास्त्र में बुध को राजकुमार कहा जाता है। आपको बता दें कि तुला राशि के स्वामी शुक्र हैं। ऐसे में तुला राशि में शुक्र, बुध और मंगल तीनों ग्रह का योग बनेगा। आपको बता दें कि बुध देव को बुद्धि, तर्क, संवाद, चतुरता और मित्रता का कारक ग्रह कहा जाता है। इस साल 2 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा। इस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था,इसलिए इसे विजयादशमी कहा जाता है। पंचांग के अनुसार दशमी तिथि 1 अक्टूबर की रात 07:01 बजे से आरंभ होकर 2 अक्टूबर की रात 07:10 बजे तक रहेगी। इसके बाद 3 अक्टूबर को बुध राशि बदलेंगे। आइए जानें बुध के इस गोचर के कारण किन राशियों के लिए शुभ योग बनेंगे।
कन्या राशि वालों के लिए इस संयोग के कारण अच्छे योग बन रहे हैं। बुध एक तरफ आपके कम्युनिकेशन को अच्छा करेंगे। आपकी एनर्जी अच्छी होगी। आपकी कोई डील इस समय फाइनल हो सकती है, जिसके कारण आपके लिए लाभ के योग बन रहे हैं।
कर्क राशि वालों के लिए मंगल और बुध की युति अच्छे परिणाम देंगे। इन दोनों ग्रहों के कारण धन लाभ के योग भी बनेंगे। इस राशि के लोगों को करियर में भी अच्छे नतीजे मिल सकते हैं। कुल मिलाकर इस राशि के लिए समय अच्छा है।
कुंभ राशि वालों के लिए भी समय अच्छा रहेगा। इस राशि के लोगों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा। आपके लिए संतान की तरफ से शुभ योग हैं।
डिस्क्लेमर- (इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)
--------------------------------------------------------अगला लेख---------------------------------------------
Rashifal: 25 सितंबर को मेष राशि से लेकर मीन का दिन कैसा रहेगा, पढें राशिफल
Kal Ka Rashifal: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 राशियों का वर्णन किया गया है। ग्रह-नक्षत्रों की चाल से राशिफल का आंकलन किया जाता है। जानें 25 सितंबर, 2025 के दिन किन राशि वालों को होगा लाभ और किन राशि वालों को बरतनी होगी सावधानी।
Horoscope Tomorrow 25 September 2025, राशिफल:
25 सितंबर के दिन गुरुवार और शारदीय नवरात्रि का चौथा दिन है। ग्रह-नक्षत्रों की चाल से राशिफल का आंकलन किया जाता है। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, विष्णु जी और मां दुर्गा की पूजा करने से सुख-समृद्धि बढ़ती है। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, 25 सितंबर का दिन कुछ राशि वालों के लिए बेहद शुभ रहने वाला है, तो कुछ राशि वालों को जीवन में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं, 25 सितंबर को किन राशि वालों को होगा लाभ और किन को बरतनी होगी सावधानी।
25 सितंबर को मेष राशि से लेकर मीन का दिन कैसा रहेगा, पढें राशिफल
मेष
मेष राशि का दिन हैप्पी-हैप्पी रहने वाला है। नए टास्क के प्रति अलर्ट रहें, जो आपको प्रमोशन भी दिला सकते हैं। अपना बेस्ट परिणाम देने के लिए पेशेवर चुनौतियों को सावधानी के साथ संभालें। आज आपकी लव लाइफ बेहतरीन रहेगी।
वृषभ
आज का आपका दिन शानदार रहने वाला है। धन-वृद्धि के योग बन रहे हैं। जिन लोगों को जॉब की तलाश थी, उनका सपना पूरा होता नजर आएगा। लव के मामले में कुछ लोगों को पेरेंट्स का सपोर्ट मिलेगा।
मिथुन
आज के दिन अपनी हेल्थ पर ध्यान दें। लव के मामले में उतार-चढ़ाव की सिचूऐशन बनी रहेगी। जिम्मेदारियों को नजरअंदाज न करें। कुछ व्यापारियों को नई पार्टनरशिप भी मिल सकती है। हर काम में सफलता हासिल होगी।
कर्क
आज के दिन आपके लिए शुभ माना जा रहा है। पार्टनर के साथ आपकी दूरियां धीरे-धीरे खत्म हो जाएंगी। सेहत आपका साथ देगी। पैसों के मामले में आज लेन-देन करते वक्त सावधानी बरतने की एडवाइस दी जाती है।
सिंह
आज के दिन पॉजिटिव दृष्टिकोण बनाए रखें। आपके लिए विकास, भावनात्मक सफलता और आश्चर्यजनक अवसरों का वादा करता है। करियर के मामले में नए टास्क पाने के लिए खुद को तैयार कर लें।
कन्या
आज के दिन पॉजिटिव सोच बनाए रखें। अपने लॉंग टर्म लक्ष्यों पर कायम रहना आपके लिए अच्छा रहेगा। स्ट्रेस से दूर रहें। आज अपनी मेंटल हेल्थ पर फोकस करना चाहिए। काम का प्रेशर ज्यादा लेने से मेंटल हेल्थ और फिजिकल हेल्थ भी प्रभावित होती है।
तुला
आज के दिन आपके लिए विकास और रोमांस के अवसरों से भरपूर रहेगा। वहीं, वित्त के मामले में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। नए अनुभवों के लिए खुले रहें लेकिन जहां आवश्यक हो वहां, सतर्क भी रहें।
वृश्चिक
आज के दिन डाइट को हेल्दी रखें। लव के मामले में दिन रोमांटिक रहेगा। प्रोग्रेस करने के लिए बैलेंस की आवश्यकता होती है। अप्रत्याशित चुनौतियां सामने आ सकती हैं, फिर भी खुद को संतुलित करते हुए आगे बढ़ते रहें।
धनु
आज के दिन आज धन का आगमन होगा। सेहत के मामले में फिटनेस पर ध्यान दें। अचानक खर्चे सामने आ सकते हैं। प्रोडक्टिव बने रहें। आपके लिए आज का दिन थोड़ा बिजी-बिजी रहन वाला है। स्ट्रेस दूर होगा।
मकर
आज के दिन कामकाज के चक्कर में अपनी पर्सनल लाइफ से समझौता करना ठीक नहीं है। पैसे कमाने में कोई प्रॉब्लम नहीं आएगी। कुछ लोगों को ओवरटाइम करना पड़ सकता है। परिवार और दोस्तों के लिए भी समय निकालें।
कुंभ
आज के दिन वर्क-लाइफ बैलेंस मेन्टेन करके आगे बढ़ें। आज किसी पुराने इनवेस्टमेंट से तगड़ा प्रॉफिट मिल सकता है। डेडलाइन के भीतर टास्क कंप्लीट कर लेने की सलाह दी जाती है। किसी भी बहस में पड़ने से बचें।
मीन
आज का आपका दिन इनोवेटिव विचारों पर फोकस करने वाला दिन है। अपने प्रोफेशनल जीवन में चुनौतियों के साथ-साथ रचनात्मकता की उम्मीद करें। नई शुरुआत को खुली बांहों से अपनाएं।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
--------------------------------------------------------अगला लेख---------------------------------------------
Numerology: गुस्से में भी कूल रह लेते हैं इस मूलांक के लोग, शांत रहकर करते हैं ये काम
Coolest Numerology Number: न्यूमेरेलॉजी यानी कि अंकशास्त्र के हिसाब से लोगों के स्वभाव का पता उनके मूलांक की मदद से आसानी से लगाया जा सकता है। आज बात करेंगे उन 3 मूलांकों की जो हर स्थिति में कूल रह लेते हैं।
किसी भी शख्स के स्वभाव और सोच को आप उसकी बर्थडेट से जान सकते हैं।
बता दें कि बर्थडेट के हिसाब से ही सबका मूलांक बनता है। न्यूमेरेलॉजी यानी अंकशास्त्र में बर्थडेट के योग को ही मूलांक कहा जाता है। शास्त्र में ऐसे मूलांक हैं जो एक-दूसरे से काफी अलग हैं लेकिन कहीं ना कहीं कुछ चीजें सेम ही होती हैं। तो आज उन मूलांकों की बात करेंगे जो हर एक स्थिति में अपना बैलेंस अच्छा बनाकर रखते हैं। खराब से खराब सिचुएशन में भी इन मूलांक के लोग खुद को शांत रख लेते हैं और हर फैसला समझदारी के साथ लेते हैं। जानते हैं कि आखिर अंकशास्त्र के इतने बैलेंस्ड मूलांक कौन-कौन से हैं?
मूलांक 2 वाले होते हैं इमोशनल
वैसे तो अंकशास्त्र के हर एक मूलांक अपने आप में बेस्ट हैं लेकिन कुछ का तो कोई जोड़ नहीं है। ये मूलांक हैं- 2, 6 और 7। शास्त्र के हिसाब से ये तीनों मूलांक शांति को ही चुनते हैं। लड़ाई-झगड़ों से इनका कोई वास्ता नहीं होता है। बात की जाए मूलांक 2 की तो किसी भी महीने की 2, 11, 20 और 29 तारीख को जन्मे लोगों का मूलांक 2 होता है। इस मूलांक के जातकों का ग्रह स्वामी चंद्रमा है। ऐसे में ये लोग शांत और बेहद ही इमोशनल होते हैं। चंद्रमा की तरह ही इनका मूड भी काफी बदलता है लेकिन हर स्थिति में ये खुद को शांत रख ही लेते हैं।
मूलांक 6 और 7 भी हैं कूल
बात की जाए मूलांक 6 वालों की तो इन लोगों का ग्रह स्वामी शुक्र होता है। शुक्र की वजह से इनका संबंध सौदर्य और प्रेम से होता है। ये लोग आसपास का माहौल खुशनुमा चाहते हैं। बता दें कि किसी भी महीने की 6, 15 और 24 तारीख को जन्मे हुए लोगों का मूलांक ही 6 होता है। वहीं मूलांक 7 वाले अपने आप में बेहद ही खास होते हैं। इनके अंदर बहुत धैर्य होता है और यही वजह है कि लड़ाई-झगड़े वाली स्थिति को ये बहुत ही आसानी से संभाल लेते हैं। जिन लोगोंं का जन्म किसी भी महीने की 7, 16 या फिर 25 तारीख को होता है, उनका मूलांक 7 होता है।
डिस्क्लेमर- (इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए अंकशास्त्र विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)
--------------------------------------------------------अगला लेख---------------------------------------------
शनि अक्टूबर में कर रहे हैं नक्षत्र में परिवर्तन, इन राशियों के लिए लाभ के योग
न्यायधीश कहलाए जाने वाले शनिदेव इस साल 3 अक्टूबर को नक्षत्र परिवर्तन कर रहे हैं। शनि गुरु के नक्षत्र में प्रवेश कर रहे हैं। इस परिवर्तन से कई राशियों के लिए लाभ के योग बनेंगे। आइए जानें इससे किन राशियों को लाभ होगा।
न्यायधीश कहलाए जाने वाले शनिदेव इस साल 3 अक्टूबर को नक्षत्र परिवर्तन कर रहे हैं।
शनि गुरु के नक्षत्र में प्रवेश कर रहे हैं। इस परिवर्तन से कई राशियों के लिए लाभ के योग बनेंगे। आइए जानें इससे किन राशियों को लाभ होगा।शनि देव 3 अक्तूबर को पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। फिलहाल शनि की राशि की बात करें, तो शनि अभी मीन राशि में हैं। मीन राशि में रहते हुए शनि नक्षत्र बदल रहे हैं। शनि का यह परिवर्तन आपके लिए लाभ के योग ला रहा है। आपको बता दें कि पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के स्वामी गुरु हैं। ऐसे में शनि और गुरु की युति बन जाएगी। ये युति कई राशियों के लिए धन लाभ के मौके लाएंगे। आपकी लाइफ में एनर्जी के लिए नए मौके सामने आएंगे।
कर्क राशि वालों के लिए सोशल लाइफ में सम्मान मिलने के योग बन रहे हैं। पुराना आपका निवेश आपको लाभ देगा। आपके लिए आपके लिए भाग्य का साथ मिलेगा। लवलाइफ में आप अच्छे पल पाएंगे।
कुंभ राशि वालों के लिए शनिदेव अच्छे नतीजे देंगे। आपको भूमि से जुड़ा लाभ हो सकता है, फिर वो बिजनेस करने से हो या फिर लीगली किसी मामले से हो। यह समय आपकी लाइफ में पर्सनल और प्रोफेशनल तौर पर बैलेंस लाएगा। कोई डील फाइनलाइज होने पर आपको लाभ मिलेगा।
मीन राशि वालों के लिए शनिदेव लाभ के योग लेकर आए हैं। अगर आप इस दौरान कुछ बड़ा खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आपके लिए लाभ के योग बनेंगे। इस दौरान आपको मेंटली तौर पर अलर्ट रहना चाहिए। आपके लिए शुभ योग हैं। परिवार में सभी के साथ अच्छा रिश्ता रहेगा।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
--------------------------------------------------------अगला लेख---------------------------------------------
अंकराशि: मूलांक 1-9 वालों का कैसा रहेगा 25 सितंबर का दिन? जन्मतिथि से जानें भविष्यफल
Numerology Horoscope 25 September 2025: ज्योतिष शास्त्र की तरह अंक ज्योतिष से भी जातक के भविष्य, स्वभाव और व्यक्तित्व का पता लगता है। जिस तरह हर नाम के अनुसार राशि होती है, उसी तरह हर नंबर के अनुसार अंक ज्योतिष में नंबर होते हैं।
Today Numerology Horoscope 25 September 2025:
ज्योतिषशास्त्र की तरह अंक ज्योतिष से भी जातक के भविष्य, स्वभाव और व्यक्तित्व का पता लगता है। जिस तरह हर नाम के अनुसार राशि होती है उसी लिए आप अपनी जन्म तिथि, महीने और वर्ष को इकाई अंक तक जोड़ें और तब जो संख्या आएगी, वही तरह हर नंबर के अनुसार अंक ज्योतिष में नंबर होते हैं। अंकशास्त्र के अनुसार अपने नंबर निकालने के आपका भाग्यांक होगा। उदाहरण के तौर पर महीने के 8, 17 और 16 तारीख को जन्मे लोगों का मूलांक 8 होगा। जानें कैसा रहेगा आपका 25 सितंबर का दिन...
मूलांक 1-
आज मूलांक 1 वाले मन में उतार-चढ़ाव रहेंगे। परिवार की सेहत का ध्यान रखें। पिता का सान्निध्य मिलेगा। परिवार के किसी बुजुर्ग से धन की प्राप्ति हो सकती है। विदेश यात्रा का योग है। खर्चों पर नजर रखें, वरना आपका आर्थिक बजट बिगड़ सकता है।
मूलांक 2-
आज मूलांक 2 वालों की पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी। विद्यार्थियों के लिए, कवियों के लिए और लेखकों के लिए समय अच्छा रहने वाला है। शैक्षिक कार्यों में सफलता मिलेगी। किसी मित्र के सहयोग से कारोबार में वृद्धि होगी। लाभ के अवसर मिलेंगे।
मूलांक 3-
आज मूलांक 3 वालों का मन परेशान रहेगा। धर्म-कर्म से जुड़े कार्यों में अतिवादी न बनें। धैर्यशीलता बनाए रखने का प्रयास करें। नौकरी में बदलाव की संभावना बन रही है। काम के सिलसिले में किसी दूसरे स्थान पर जा सकते हैं।
मूलांक 4-
आज मूलांक 4 वालों के आत्मविश्वास भरपूर रहेगा। हालांकि जीवनसाथी के व्यवहार को लेकर मन में उतार-चढ़ाव रहेंगे। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। शैक्षिक कार्यों में सफलता मिलेगी। खर्च की अधिकता हो सकती है।
मूलांक 5-
आज आपको गुस्से से बचना चाहिए। कारोबार में वृद्धि होगी। लाभ के अवसर मिलेंगे। कारोबार के लिए यात्रा से लाभ के मार्ग खुलेंगे, हालांकि खर्च भी बढ़ेंगे। संतान का साथ मिलेगा। किसी शुभ समाचार की प्राप्ति हो सकती है।
मूलांक 6-
नौकरी के लिए इंटरव्यू में सफलता मिल सकती है। भूमि, भवन व वाहन की खरीदारी के योग हैं। किसी संपत्ति से आय के साधन बन सकते हैं। सेहत का ध्यान रखें। जीवनसाथी का साथ मिलेगा। धर्म-कर्म में हिस्सा लेंगे। यात्रा के योग हैं।
मूलांक 7-
आज धन से जुड़े मामलों में सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है। किसी भी तरह के निवेश से दूर रहें, वरना आर्थिक नुकसान हो सकता है। कला व संगीत के प्रति रुझान बढ़ेगा। जीवनसाथी की सेहत का ध्यान रखें। माता-पिता का साथ मिलेगा। बौद्धिक कार्यों से आय बढ़ेगी।
मूलांक 8-
आज मूलांक 8 वालों के कारोबार में वृद्धि होगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। सेहत का ध्यान रखें। खर्च में वृद्धि होगी, लेकिन धन लाभ भी होगा। जीवनसाथी की सेहत व साथ पर नजर रखें।
मूलांक 9-
आज मूलांक 9 वालों की किसी पुराने मित्र से मुलाकात हो सकती है। भौतिक सुखों में वृद्धि के संकेत हैं। माता पक्ष से धन लाभ हो सकता है। वाद-विवाद से दूर रहें। कोर्ट-कचहरी में विजय मिल सकती है।
डिस्क्लेमर- (इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)
--------------------------------------------------------अगला लेख---------------------------------------------
Vastu Tips: नवरात्रि में बदलें तुलसी के पौधे की दिशा, सुख-समृद्धि में होगी वृद्धि
Navratri Vastu Tips: नवरात्रि में अगर तुलसी पूजा की जाए तो इसके कई लाभ मिलते हैं। माना जाता है कि ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। इसके अलावा सुख-समृद्धि की भी प्राप्ति होती है लेकिन इसके लिए तुलसी का सही दिशा में होना जरूरी है।
शारदीय नवरात्रि का हर दिन विशेष है।
नौ दिन तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। हालांकि इस बार की नवरात्रि नौ की जगह 10 दिन की पड़ने वाली है। हिंदू धर्म में नवरात्रि सबसे पवित्र पर्व में से एक है। इस दौरान मां दुर्गा की उपासना के साथ-साथ व्रत रखते हैं। मान्यता है कि मां दुर्गा प्रसन्न होकर सारे बिगड़े काम भी बना जाती हैं। इसी दौरान लोग कई तरह के उपायों के जरिए अपनी चीजों को आसान बनाने की कोशिश करते हैं ताकि देवी मां को प्रसन्न किया जा सकें। नवरात्रि में कलश की स्थापना के साथ-साथ जौ उगाने की परंपरा काफी पुरानी है। बता दें कि वास्तु के एकमात्र टिप्स के जरिए भी आप नवरात्रि में अपने घर की एनर्जी को सकारात्मक बना सकते हैं।
सही दिशा में रखें तुलसी का पौधा
वास्तुशास्त्र के हिसाब से तुलसी का पौधा हमेशा सही दिशा में ही रखना चाहिए, तभी जाकर इसकी पूजा से मिलने वाला फल मिलता है। शास्त्र के हिसाब से तुलसी का पौधा हमेशा घर के ईशान कोण पर रहना चाहिए। बता दें कि उत्तर-पूर्व और पूर्व दिशा को ही ईशान कोण कहा जाता है। अगर आपने इस दिशा में तुलसी के पौधे को नहीं रखा है तो इस नवरात्रि इसकी दिशा बदल लें। एक बात का ध्यान रखें कि कभी भी तुलसी का पौधा दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए। तुलसी के पौधे को रखने के लिए ये सबसे अशुभ दिशा होती है। माना जाता है कि ऐसा करने से वास्तु दोष लगता है।
वरात्रि में ऐसे करें पूजा
नवरात्रि में अगर रोजाना नहाकर तुलसी के पौधे की पूजा की जाए तो इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। तुलसी के पास रोज दीया जलाएं। साथ ही यहां पर रोज जल अर्पित भी करिए। आप चाहे तो नवरात्रि भर तुलसी के पौधे के सामने दुर्गा चालीसा का पाठ भी कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर- (इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)
--------------------------------------------------------अगला लेख---------------------------------------------
Ahoi Ashtami 2025: अहोई अष्टमी पर कब रखा जाएगा व्रत, इस दिन पुनर्वसु नक्षत्र, जानें पूजन साम्रगी क्या होगी?
| Ahoi Ashtami 2025: अहोई अष्टमी पर कब रखा जाएगा व्रत, इस दिन पुनर्वसु नक्षत्र, जानें पूजन साम्रगी क्या होगी? |
Ahoi Ashtami: कार्तिक मास की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का पूजन और व्रत किया जाता है। इस व्रत में महिलाएं अपनी संतान की लंबी आयु के लिए व्रत करती है। अहोई अष्टमी पर निर्जला व्रत किया जाता है। आइए जानें इस दिन कब रखा जाएगा व्रत
कार्तिक मास की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का पूजन और व्रत किया जाता है। इस व्रत में महिलाएं अपनी संतान की लंबी आयु के लिए व्रत करती है। अहोई अष्टमी पर निर्जला व्रत किया जाता है। इस दिन महिलाएं संतान की लंबी उम्र की कामना करती है। इस दिन अष्टमी तिथि 13 अक्टूबर 2025 को 12:24 रात को शुरू होगी और 14 अक्टूबर 2025 को दोपहर 11:09 ए एम बजे तक रहेगी। यह व्रत 13 अक्टूबर को रखा जाएगा। अहोई अष्टमी पूजा में इस साल 5:53 बजे शाम से 07:08 बजे तक का मुहूर्त रहेगा। पूजा का मुहूर्त कुल 1 घंटा रहेगा। इस व्रत में तारों को देखकर व्रत खोला जाता है। इस दिन तारे शाम को 6 बजकर 17 मिनट पर निकलेंगे। अहोई अष्टमी के दिन चन्द्रोदय का समय रात को 11:20 मिनट तक होगा। इस दिन ग्रह नक्षत्रों की बात करें तो आर्द्रा नक्षत्र भी दोपहर 12:28 तक रहेगा, जिसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र आरंभ हो जाएगा। इस दिन परिघ योग सुबह 8:05 तक है। इसके अलावा इस दिन चंद्रमा मिथुन राशि में रहेंगे। इसके अलावा सूर्य कन्या राशि में रहेंगे।
इस दिन व्रत के लिए किस चीज की होगी जरूरत
इस दिन पूजा के लिए सबसे जरूरी है चांदी की स्याऊ माता की माला बहुत खास होती है। इस माला में हर साल चांदी के मनके लगाए जाते हैं। इसके अलावा मिट्टी के करवे भी खास माने जाते हैं।सास को दिए जाना वाला बायना जरूरी होता है। इनके बिना व्रत पूरा नहीं माना जाता है। इस दिन महिलाओं को चुड़ियां, काजल, लाल वस्त्र, सिंदूर, बिंदी आदि सास के बायने के लिए रखना चाहिए। इस दिन करवे या कलश जल भरने के लिए, अहोई माता की पूजा के लिए चांदी की माला के मनके, गंगाजल, फूल, धूपबत्ती, दीपक, गाय का घी, रोली, कलावा, अक्षत, गाय का दूध की जरूरत होती है।
