कुणबी प्रमाणपत्र कैसे निकाले? पूरी जानकारी यहाँ पढ़ें!

कुणबी सर्टिफिकेट पाने का रहस्य खुला! सरकारी नियमों में छुपे हैं जबरदस्त फायदे, जल्दी करें आवेदन - नहीं तो हो जाएगा नुकसान!

लेखक: आज की ताज़ा खबर NEWS - 4 सितंबर 2025


अगर आप महाराष्ट्र के मराठा समुदाय से हैं और OBC आरक्षण का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपके लिए कुणबी प्रमाणपत्र सबसे जरूरी दस्तावेज बन गया है। पिछले कुछ दिनों में कुणबी प्रमाणपत्र को लेकर लोगों में काफी दिलचस्पी बढ़ी है क्योंकि सरकार ने मराठा समुदाय को इसका लाभ देने का रास्ता साफ कर दिया है। लेकिन सवाल यह है कि आखिर ये कुणबी प्रमाणपत्र कैसे निकाले जाते हैं और इसके लिए क्या प्रक्रिया है। आज हम आपको इसी की पूरी जानकारी देने वाले हैं ताकि आप भी आसानी से अपना कुणबी सर्टिफिकेट बनवा सकें।

कुणबी प्रमाणपत्र बनवाने के लिए सबसे पहले तो आपको यह समझना होगा कि आप इसके लिए eligible हैं या नहीं। इसके लिए आपके पास कुणबी जाति का सबूत होना बेहद जरूरी है। अगर आपके परिवार में कोई व्यक्ति पहले से ही कुणबी प्रमाणपत्र रखता है या फिर आपके पूर्वजों के documents में कुणबी जाति का जिक्र है तो आप आसानी से ये सर्टिफिकेट बनवा सकते हैं। कुणबी प्रमाणपत्र के बिना अब OBC कोटे का लाभ लेना मुश्किल है इसलिए जल्दी करें।

कुणबी प्रमाणपत्र के लिए आवेदन करने के दो main तरीके हैं

एक तो ऑनलाइन और दूसरा ऑफलाइन। ऑनलाइन आवेदन के लिए आपको महाराष्ट्र सरकार के 'आपले सरकार' पोर्टल पर जाना होगा और वहां पर जाति प्रमाणपत्र के सेक्शन में जाकर अप्लाई करना होगा। इस process में आपको सभी जरूरी documents upload करने होंगे और online fee भरनी होगी। ये तरीका काफी आसान और convenient है।

वहीं अगर आप ऑफलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो आपको अपने इलाके की तहसील कार्यालय में जाना होगा। वहां पर आपको जाति प्रमाणपत्र के लिए फॉर्म लेना होगा और उसे भरकर सभी जरूरी documents के साथ जमा करना होगा। तहसीलदार आपके documents को verify करेंगे और उसके बाद ही आपका प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा। दोनों ही तरीकों में आपको सही documents का होना बहुत जरूरी है।

कुणबी प्रमाणपत्र के लिए जरूरी documents की बात करें तो सबसे important है कुणबी जाति का proof। इसके लिए आपके पास कोई भी पुराना document हो सकता है जैसे कि 1967 से पहले का कोई सरकारी रिकॉर्ड, जिसमें आपके परिवार के किसी सदस्य की जाति कुणबी लिखी हो। इसके अलावा land records  7/12 utara या school leaving certificate जिसमें जाति का उल्लेख हो, भी काम आ सकता है।

अगर आपके रिश्तेदारों में से किसी के पास पहले से ही कुणबी प्रमाणपत्र है तो आप उनके through भी apply कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक वंशावली बनानी होगी जिसमें आप और आपके रिश्तेदार के बीच के connection को साफ तरीके से दिखाना होगा। ये एक affidavit के through किया जा सकता है जिसे आपको notary से attest करवाना होगा। इस तरह का proof भी मान्य होता है।

कुणबी प्रमाणपत्र बनवाने की process में सबसे मुश्किल काम है सही documents का इकट्ठा करना। कई बार लोगों के पास पुराने documents नहीं होते हैं जिसकी वजह से उन्हें परेशानी होती है। अगर आपके पास भी documents नहीं हैं तो आप historical records की मदद ले सकते हैं। हैदराबाद gazetteer जैसे documents को भी अब proof के तौर पर accept किया जा रहा है।

एक बार आपने सभी documents इकट्ठे कर लिए और application submit कर दिया तो उसके बाद verification process शुरू होती है। तहसील office के staff आपके documents की जांच करेंगे और हो सकता है कि वो आपके घर पर भी inspection के लिए आएं। वो आपके पड़ोसियों से भी पूछताछ कर सकते हैं कि क्या आप सच में कुणबी जाति से belong करते हैं। इसलिए सही information देना बहुत जरूरी है।

Verification process पूरा होने के बाद अगर सब कुछ सही पाया जाता है तो आपका कुणबी प्रमाणपत्र बनकर तैयार हो जाएगा। सरकार ने इसके लिए 45 days का time frame दिया है लेकिन कई बार ये process delay भी हो जाती है। अगर आपका application reject हो जाता है तो आप फिर से apply कर सकते हैं या फिर higher authority के पास appeal भी कर सकते हैं।

कुणबी प्रमाणपत्र मिलने के बाद आप OBC category के सभी benefits ले सकते हैं। इससे आपको government jobs, educational institutions और scholarships में reservation मिलेगा। इसलिए इस document का होना आपके भविष्य के लिए बहुत important है। लेकिन ध्यान रहे कि fake documents का इस्तेमाल न करें क्योंकि ये एक गंभीर offence है और इसके लिए आपको जेल भी हो सकती है।

अगर आपको लगता है कि आपके पास sufficient documents नहीं हैं तो आप professional help भी ले सकते हैं। कई lawyers और agents हैं जो आपको इस process में help कर सकते हैं। लेकिन उन्हें choose करते समय सावधानी बरतें और किसी भी तरह का fraud न होने दें। सरकारी website पर भी आपको पूरी information मिल जाएगी।

कुणबी प्रमाणपत्र के लिए apply करते समय आपको application form को carefully fill करना होगा। इसमें कोई भी गलती न हो इसका ध्यान रखें क्योंकि एक छोटी सी mistake आपका application reject करवा सकती है। सभी documents की attested copies ही attach करें और original documents को safe रखें। किसी भी तरह का manipulation न करें।

आजकल social media पर भी कई तरह की false information फैल रही है about कुणबी प्रमाणपत्र। लोगों को बेवकूफ बनाया जा रहा है और पैसे लेकर fake certificates बेचे जा रहे हैं। ऐसे किसी भी fraud का शिकार न हों और only government approved channels का ही इस्तेमाल करें। अगर कोई problem आए तो तहसील office में complaint करें।

कुणबी प्रमाणपत्र की demand इन days में बहुत बढ़ गयी है क्योंकि मराठा समुदाय के लोग OBC quota का benefit लेना चाहते हैं। इसकी वजह से government offices में भी rush बढ़ गया है और applications process करने में time लग रहा है। इसलिए अगर आपने अभी तक apply नहीं किया है तो जल्दी करें वरना delay हो सकती है।

Future में government और भी strict rules ला सकती है कुणबी प्रमाणपत्र के लिए इसलिए अभी का time सबसे best है apply करने का। Documents की requirements भी बदल सकती हैं इसलिए जितना जल्दी हो सके अपना application submit कर दें। इससे आपका time और effort दोनों बचेगा।

अगर आपके मन में कुणबी प्रमाणपत्र को लेकर कोई doubt है या कोई problem आ रही है तो आप हमें comment में पूछ सकते हैं। हम आपकी help करने की पूरी कोशिश करेंगे। इस information को अपने friends और family के साथ भी share करें ताकि वो भी इसका benefit उठा सकें।

कुणबी प्रमाणपत्र से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

Q1. कुणबी प्रमाणपत्र क्यों ज़रूरी है?
👉 कुणबी प्रमाणपत्र OBC आरक्षण का लाभ लेने के लिए आवश्यक है। इसके बिना सरकारी नौकरी, शिक्षा, स्कॉलरशिप और अन्य सरकारी योजनाओं का फायदा नहीं मिल सकता।

Q2. कौन लोग कुणबी प्रमाणपत्र के लिए पात्र (Eligible) हैं?
👉 वही लोग आवेदन कर सकते हैं जिनके पास कुणबी जाति का सबूत हो, जैसे – परिवार के पुराने दस्तावेज़, जमीन के रिकॉर्ड, स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट, या वंशावली (genealogy) में कुणबी जाति का उल्लेख।

Q3. कुणबी प्रमाणपत्र के लिए कहाँ आवेदन करें?
👉 दो तरीके हैं:

  1. ऑनलाइन – महाराष्ट्र सरकार के “आपले सरकार पोर्टल” पर।

  2. ऑफलाइन – तहसील कार्यालय में फॉर्म भरकर और दस्तावेज़ जमा करके।

Q4. कुणबी प्रमाणपत्र बनवाने के लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ जरूरी हैं?
👉

  • 1967 से पहले का कोई सरकारी दस्तावेज़ जिसमें जाति “कुणबी” लिखी हो।

  • 7/12 उतारा (Land Record)।

  • स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट।

  • परिवार की वंशावली और पहले से बने कुणबी प्रमाणपत्र की कॉपी (अगर हो)।

  • पहचान पत्र और निवास प्रमाणपत्र।

Q5. अगर पुराने दस्तावेज़ नहीं हैं तो क्या करें?
👉 आप ऐतिहासिक रिकॉर्ड (Historical Records) जैसे हैदराबाद गज़ेटियर का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा नज़दीकी रिश्तेदार का कुणबी प्रमाणपत्र और वंशावली affidavit भी मान्य है।

Q6. आवेदन प्रक्रिया में कितना समय लगता है?
👉 सरकार ने 45 दिन का समय तय किया है, लेकिन वेरिफिकेशन के कारण यह प्रक्रिया कभी-कभी लंबी हो सकती है।

Q7. वेरिफिकेशन प्रक्रिया कैसे होती है?
👉 तहसीलदार कार्यालय आपके दस्तावेज़ों की जांच करता है। ज़रूरत पड़ने पर अधिकारी आपके घर या गाँव जाकर भी पूछताछ करते हैं।

Q8. अगर आवेदन रिजेक्ट हो गया तो क्या करें?
👉 आप पुनः आवेदन कर सकते हैं या उच्च अधिकारी (Higher Authority) के पास अपील कर सकते हैं।

Q9. कुणबी प्रमाणपत्र मिलने के बाद क्या फायदे हैं?
👉

  • सरकारी नौकरियों में OBC आरक्षण।

  • शिक्षा और कॉलेज एडमिशन में आरक्षण।

  • स्कॉलरशिप और सरकारी योजनाओं का लाभ।

  • प्रतियोगी परीक्षाओं में आयु सीमा और फीस छूट।

Q10. क्या फर्जी (Fake) दस्तावेज़ देकर कुणबी प्रमाणपत्र बनवा सकते हैं?
👉 ❌ नहीं! यह कानूनन अपराध है। गलत दस्तावेज़ पकड़े जाने पर आपका प्रमाणपत्र रद्द हो सकता है और जेल भी हो सकती है।

Q11. कुणबी प्रमाणपत्र के लिए कितनी फीस लगती है?
👉 ऑनलाइन आवेदन पर न्यूनतम सरकारी शुल्क लिया जाता है (₹50–₹100 के बीच)। ऑफलाइन प्रक्रिया में भी यही शुल्क है।

Q12. अभी आवेदन करना क्यों ज़रूरी है?
👉 क्योंकि भविष्य में सरकार और सख्त नियम ला सकती है। अभी आवेदन करने से आपका समय और परेशानी दोनों बचेंगे।


नोट: झूठा या जाली प्रमाण पत्र जमा करना कानूनन अपराध है, इसलिए केवल सही और प्रामाणिक दस्तावेज़ों के साथ ही आवेदन करें।

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