विराट कोहली का बड़ा फैसला: 9230 रन, 30 शतक और अलविदा

बड़ा झटका: क्या विराट कोहली सच में टेस्ट क्रिकेट को कह रहे हैं अलविदा? सचिन-धोनी तक पहुंची बात!

🏏 "क्या अब होगा विराट कोहली का आखिरी मैच? 9,230 रन और 30 शतक के बाद बड़ा फैसला लेकर मचाई हलचल!"

अरे भाई, ये क्या माजरा हो गया! पूरा क्रिकेट जगत हिल के रह गया है आज। सोशल मीडिया पर तूफान आया हुआ है और हर कोई सिर्फ एक ही सवाल पूछ रहा है - क्या सच में विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट से रिटायर हो रहे हैं? जी हां, आपने सही सुना। भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े सितारे, हमारे किंग कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की खबरें आग की तरह फैल रही हैं। अभी कुछ दिन पहले ही तो रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा था और अब विराट कोहली के कदमों की आहट से पूरा भारत स्तब्ध है। ये खबर अगर सच हुई तो ये सिर्फ एक खिलाड़ी का रिटायरमेंट नहीं बल्कि भारतीय क्रिकेट के एक स्वर्णिम युग का अंत होगा। विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से जाना सच में एक ऐसा सदमा होगा जिससे उबरने में क्रिकेट प्रेमियों को सालों लग जाएंगे।

विराट कोहली के रिटायरमेंट की खबर ने क्यों मचाई इतनी हलचल?

देखिए भाई, विराट कोहली कोई साधारण खिलाड़ी नहीं हैं। ये वो नाम है जिसने भारतीय क्रिकेट को एक नई पहचान दी है। टेस्ट क्रिकेट में इनका योगदान अतुलनीय है। 123 टेस्ट मैच, 9,230 रन, 30 शतक - ये आंकड़े सिर्फ numbers नहीं हैं बल्कि भारत के लिए की गई एक महान सेवा का प्रमाण हैं। जब ऐसे खिलाड़ी के रिटायरमेंट की खबर आती है तो naturally हलचल तो मचेगी ही। सबसे बड़ी बात ये है कि अभी तक कोहली ने खुद कुछ नहीं कहा है लेकिन सूत्रों का कहना है कि उन्होंने BCCI को सूचित कर दिया है कि वह शारीरिक और मानसिक रूप से अब टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार नहीं हैं। विराट कोहली का ये फैसला अगर सच में हकीकत बनता है तो ये भारतीय क्रिकेट के लिए एक बहुत बड़ा झटका होगा।

क्या वजह है कि विराट कोहली ले रहे हैं ये बड़ा फैसला?

असल में देखा जाए तो विराट कोहली पिछले कुछ समय से टेस्ट क्रिकेट में अपने फॉर्म को लेकर काफी परेशान दिख रहे थे। पिछले 30 टेस्ट मैचों में उनका औसत सिर्फ 32.72 रहा है और सिर्फ 2 शतक ही लग पाए हैं। ये आंकड़े कोहली जैसे महान खिलाड़ी के लिए बहुत कम हैं। शायद यही वजह है कि उन्होंने ये फैसला लिया है। कोहली अब सिर्फ वनडे क्रिकेट पर फोकस करना चाहते हैं हालांकि इस फॉर्मेट में भी उनका भविष्य अनिश्चित है। एक और बात जो सामने आ रही है वो ये कि कोहली अपने परिवार के साथ ज्यादा समय बिताना चाहते हैं और लंबे फॉर्मेट की मानसिक और शारीरिक चुनौतियों से अब दूर रहना चाहते हैं। विराट कोहली का ये फैसला उनकी personal choice भी हो सकती है।

BCCI और सीनियर खिलाड़ियों ने क्या की कोहली को मनाने की कोशिश?

खबरों के मुताबिक BCCI ने अभी तक विराट कोहली के इस फैसले को स्वीकार नहीं किया है। बोर्ड चाहता है कि कोहली कम से कम upcoming इंग्लैंड सीरीज तक तो टीम का हिस्सा बने रहें। यहां तक कि सूत्रों का कहना है कि सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और महेंद्र सिंह धोनी जैसे दिग्गज खिलाड़ी कोहली को इस फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं। ये तीनों ही legends कोहली के करीबी माने जाते हैं और शायद वो उन्हें समझा पाएं कि अभी उनमें बहुत क्रिकेट बाकी है। हालांकि विराट कोहली अपने फैसले पर अडिग दिख रहे हैं और reports के मुताबिक उन्होंने साफ कर दिया है कि वह अब टेस्ट क्रिकेट में आगे नहीं खेलना चाहते। अब देखना ये है कि BCCI और senior players की अपील का कोहली पर क्या असर होता है।

विराट कोहली के टेस्ट करियर की 10 यादगार पारियां जो इतिहास बन गईं

विराट कोहली के टेस्ट करियर में ऐसी कई पारियां हैं जो हमेशा याद रखी जाएंगी। सबसे पहले तो 2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पुणे में बनाया गया उनका 254 रनों का नाबाद innings। ये उनके करियर का highest score है और धैर्य और तकनीक का बेमिसाल नमूना था। 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में खेली गई 149 रनों की पारी ने तो आलोचकों का मुंह ही बंद कर दिया था। उछाल भरी pitch पर अकेले लड़ते हुए कोहली ने लगभग आधे टीम के रन बनाए थे। 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में पहली बार टेस्ट कप्तान बने कोहली ने दोनों innings में शतक जड़े थे - 115 और 141 रन। हार के बावजूद उनकी aggressive सोच ने सबका दिल जीत लिया था। 2016 में वेस्टइंडीज के खिलाफ एंटीगुआ में कोहली ने अपना पहला double century बनाया था और विदेश में कप्तान के रूप में दबदबे की शुरुआत की थी।

विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने क्या-क्या हासिल किया?

विराट कोहली ने 2014 से 2022 तक भारत की टेस्ट टीम की कप्तानी की और इस दौरान भारत ने टेस्ट क्रिकेट में unprecedented success हासिल की। कोहली भारत के सबसे successful टेस्ट कप्तान रहे हैं जिन्होंने 68 मैचों में से 40 में जीत दर्ज कराई। उनकी सबसे बड़ी achievement थी 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में historic series जीतना। ये पहला मौका था जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज अपने नाम की थी। इसके अलावा कोहली ने भारत को 2021 और 2023 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल तक पहुंचाया। उनकी aggressive captaincy और never say die attitude ने भारतीय टीम की image ही बदल दी। विराट कोहली ने भारत को overseas में जीत का taste चखाया और team को एक winning unit के रूप में establish किया।

पिछले 4 सालों में कोहली के प्रदर्शन में आई गिरावट क्या थी मुख्य वजह?

ये सच है कि पिछले 4 सालों में विराट कोहली का टेस्ट प्रदर्शन उनके own standards के हिसाब से below par रहा है। 2020 के बाद से उन्होंने 30 टेस्ट मैचों में सिर्फ 1,669 रन बनाए हैं जिसका average सिर्फ 32.72 रहा है और सिर्फ 2 शतक ही लग पाए हैं। इसकी कई वजहें हो सकती हैं। पहली तो ये कि कोहली पर captaincy का additional pressure था। दूसरी बात, COVID-19 की वजह से bio-bubble में रहने का mental stress भी एक बड़ा factor रहा। तीसरी और सबसे important बात ये कि कोहली का batting technique overseas conditions में tested हुआ और opposition teams ने उनके against specific plans बनाए। इंग्लैंड और न्यूजीलैंड जैसी teams ने fourth stump line पर bowl करके कोहली को trouble किया। age factor भी एक role play कर रहा है क्योंकि 35 years की उम्र之后 long format में consistent performance maintain करना challenging होता है।

सोशल मीडिया पर फैंस ने कैसे रिएक्ट किया कोहली के रिटायरमेंट की खबर पर?

सोशल मीडिया पर तो जैसे कोहली के फैंस ने मातम सा मनाना शुरू कर दिया है। ट्विटर, इंस्टाग्राम, फेसबुक - हर जगह #KingKohli और #DontRetireVirat trending कर रहा है। फैंस emotional messages लिख रहे हैं और कोहली से appeal कर रहे हैं कि वो अभी retire न हों। कई फैंस ने कोहली की greatest innings की videos share की हैं और याद दिलाया है कि वो अभी भी world class batsman हैं। कुछ fans ने BCCI को blame भी दिया है कि उन्होंने कोहली को proper support नहीं दिया। वहीं कुछ logical fans ये कह रहे हैं कि कोहली को उनके फैसले का respect देना चाहिए और उनकी retirement के बाद भारत की टेस्ट टीम के future पर चर्चा करनी चाहिए। overall सोशल मीडिया पर कोहली के प्रति प्यार और सम्मान की भावना साफ दिख रही है।

विराट कोहली के बिना भारतीय टेस्ट टीम का क्या होगा भविष्य?

अगर विराट कोहली सच में टेस्ट क्रिकेट से retire हो जाते हैं तो भारतीय टेस्ट टीम के सामने एक बहुत बड़ा void create हो जाएगा। कोहली सिर्फ एक batsman नहीं थे बल्कि टीम के backbone थे। उनके experience और guidance का कोई replacement नहीं है। अब युवा batsmen जैसे शुबमन गिल, यशस्वी जायसवाल, श्रेयस अय्यर पर ज्यादा responsibility आ जाएगी। टीम को middle order में एक new number 4 की तलाश भी करनी होगी। सबसे बड़ा challenge होगा overseas matches में consistency maintain करना क्योंकि कोहली विदेशी pitches पर भारत की मुख्य strength हुआ करते थे। हालांकि every end is a new beginning और शायद ये भारत के लिए एक opportunity भी बने कि नए young talents को chance मिले और वो develop हों। पर अगले कुछ सालों में टीम को कोहली की absence definitely feel होगी।

क्या विराट कोहली का रिटायरमेंट भारतीय क्रिकेट के एक युग का अंत है?

बिल्कुल! अगर विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट से retire होते हैं तो ये भारतीय क्रिकेट के एक युग का अंत होगा। कोहली सिर्फ एक cricketer नहीं हैं बल्कि एक phenomenon हैं। उन्होंने भारतीय क्रिकेट को transform किया है। उनकी aggression, fitness standards, और winning mentality ने पूरी टीम की सोच बदल दी। कोहली के आने के बाद भारतीय cricketers fitness को लेकर serious हुए और overseas में जीतना एक habit बन गया। टेस्ट cricket में भारत की dominance की कहानी कोहली की कप्तानी से ही शुरू होती है। उनका retirement सच में एक era का end होगा। जैसे 90s में सचिन के आने से एक नया युग शुरू हुआ था वैसे ही कोहली के जाने से एक युग समाप्त होगा। भारत अब शायद ही कभी कोई ऐसा batsman देख पाएगा जो कोहली की intensity और passion के साथ खेले।

विराट कोहली के टेस्ट रिकॉर्ड्स और अन्य दिग्गजों के साथ तुलना

विराट कोहली के टेस्ट records भारतीय क्रिकेट में सबसे impressive हैं। 123 टेस्ट में 9,230 रन बनाना कोई मामूली achievement नहीं है। उनका average 46.85 रहा है और 30 शतक लगाए हैं। अन्य great players के साथ compare करें तो सचिन तेंदुलकर ने 200 टेस्ट में 15,921 रन बनाए थे, राहुल द्रविड़ ने 164 टेस्ट में 13,288 रन बनाए, और सुनील गावस्कर ने 125 टेस्ट में 10,122 रन बनाए। कोहली ने comparatively fewer matches में impressive numbers achieve किए हैं। captaincy records की बात करें तो कोहली भारत के सबसे successful टेस्ट कप्तान हैं जिन्होंने 40 matches जीते हैं। overseas records भी कोहली के बहुत strong रहे हैं। Australia, England, South Africa जैसे difficult conditions में उन्होंने शानदार performance दी है। overall कोहली भारत के all-time great Test batsmen में से एक हैं।

विराट कोहली के टेस्ट करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियां क्या रहीं?

विराट कोहली के टेस्ट करियर में कई historical achievements रहीं। सबसे पहले तो 2018-19 में Australia में टेस्ट सीरीज जीतना - ये भारत की पहली Test series win Australia में थी। दूसरी biggest achievement थी 2021 और 2023 में World Test Championship final तक पहुंचना। तीसरी बड़ी achievement थी लगातार कई सालों तक ICC Test rankings में number one batsman बने रहना। चौथी achievement थी सबसे fast Indian batsman के रूप में 7000, 8000 और 9000 Test runs पूरे करना। पांचवी achievement थी overseas conditions में consistent performance देना और भारत को विदेशों में competitive बनाना। छठी achievement थी भारत के लिए सबसे successful Test captain बनना। सातवीं achievement थी 2016 में West Indies के against double century बनाना और भारत के लिए overseas dominance की नींव रखना। कोहली की ये achievements हमेशा याद रखी जाएंगी।

क्या विराट कोहली फिर से बदल सकते हैं अपना फैसला?

अभी भी possibility बाकी है कि विराट कोहली अपना फैसला बदल सकते हैं। BCCI और senior players की persuasion का असर हो सकता है। कोहली खुद भी emotional person हैं और हो सकता है fans के प्यार और support को देखकर वो अपना मन बदल लें। एक और scenario ये हो सकता है कि कोहली immediate retirement न लेकर एक दो सीरीज और खेलें और फिर graceful exit लें। इससे टीम को transition के लिए time मिल जाएगा और कोहली भी अपना farewell series पा सकते हैं। हालांकि अभी तक की reports के मुताबिक कोहली अपने फैसले पर firm हैं। पर cricket में कुछ भी predictable नहीं होता। अगर कोहली suddenly form में आ जाएं और फिर से runs बनाना शुरू कर दें तो शायद वो retire नहीं करना चाहें। everything depends on Virat's mindset and future plans.

निष्कर्ष: विराट कोहली का संभावित रिटायरमेंट भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ी क्षति

आखिर में इतना ही कहा जा सकता है कि अगर विराट कोहली सच में टेस्ट क्रिकेट से retire होते हैं तो ये भारतीय क्रिकेट के लिए एक irreplaceable loss होगा। कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को न सिर्फ बचाया बल्कि उसे नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनकी passion, dedication और aggression ने पूरी generation को inspire किया है। भले ही उनका recent form उनके standards के मुताबिक नहीं रहा हो, पर कोहली अभी भी world class batsman हैं और भारत की टीम को उनकी need है। हम fans की यही दुआ है कि कोहली अपना फैसला बदलें और कम से कम एक farewell series तो खेलें। पर अगर वो सच में retire होना चाहते हैं तो हमें उनके फैसले का respect करना चाहिए और उन्हें thank you कहना चाहिए for all the memories he gave us. विराट कोहली हमेशा भारतीय क्रिकेट के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक रहेंगे।

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